हरियाणा की बिजली वितरण कंपनियों ने आने वाले वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए नई बिजली दर का प्रस्ताव नहीं किया है। यह खबर आम बिजली उपभोक्ताओं के लिए बड़ी राहत है.
बिजली दरों में नई बढ़ोतरी का प्रस्ताव नहीं
हरियाणा विद्युत नियामक आयोग के समक्ष पेश किया गया एआरआर में, जिसमें कंपनियों ने 35 हजार करोड़ रुपये की वार्षिक राजस्व की आवश्यकता का प्रस्ताव दिया है, जिसमें USBVN द्वारा दायर 17.33 हजार करोड़ रुपये शामिल हैं।
विद्युत खरीद में करोड़ों की बचत
DHBVN के अधिकारियों ने बताया कि एआरआर में सुझाव है कि इस साल 12,293 करोड़ रुपये की बिजली खरीद को मंजूरी दी जाए, जिससे बिजली खरीद में करोड़ों की बचत होगी।
2024 के चुनावों का असर
हरियाणा में बिजली दरों में कोई वृद्धि नहीं की जा रही, जिसका मुख्य कारण है 2024 में होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनावों का असर है। सरकार चाहती है कि विद्युत दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं हो, ताकि वह चुनावी मौसम में जोखिम ना उठाए।