दिल्ली में बदला बसों और मेट्रो का समय, वोटिंग के चलते लिया गया फैसला, जाने क्या है नई टाइमिंग

दिल्ली में 25 मई को सातों लोकसभा सीटों पर मतदान होना है। इस विशेष अवसर को ध्यान में रखते हुए दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) ने मेट्रो सेवाओं के समय में बदलाव की घोषणा की है। मतदान के दिन मेट्रो की सभी लाइनों पर सेवाएं सुबह 4 बजे से शुरू हो जाएंगी। इस निर्णय का मुख्य उद्देश्य पोलिंग स्टाफ और अन्य कर्मचारियों को समय पर उनके पोलिंग स्टेशनों तक पहुंचाना है।

जल्दी शुरू होंगी मेट्रो सेवाएं
डीएमआरसी के प्रधान कार्यकारी निदेशक अनुज दयाल के अनुसार, मतदान के दिन एयरपोर्ट एक्सप्रेस सहित सभी मेट्रो लाइनों के टर्मिनल स्टेशनों से मेट्रो सेवाएं सुबह 4 बजे शुरू होंगी। सुबह 6 बजे तक मेट्रो ट्रेनें 30-30 मिनट की फ्रीक्वेंसी पर चलेंगी। इसके बाद फ्रीक्वेंसी बढ़ाई जाएगी और दिनभर सामान्य समय पर मेट्रो ट्रेनें चलेंगी। सभी स्टेशन मैनेजरों और सीआईएसएफ समेत अन्य संबंधित एजेंसियों को इस बारे में सूचित कर दिया गया है।

20240524 0638263784076902383023301

डीटीसी बसों का नया शेड्यूल
मतदान के दिन दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) और क्लस्टर बस सेवाएं भी सुबह 4 बजे से शुरू होंगी, ताकि पोलिंग स्टाफ को समय पर पहुंचने में कोई दिक्कत न हो।

मेट्रो स्टेशनों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम
दिल्ली में मतदान के दिन मेट्रो स्टेशनों पर सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी होगी। अन्य दिनों की तुलना में उस दिन मेट्रो स्टेशन के अंदर और बाहर अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे। सुरक्षा के मद्देनजर अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी और सीसीटीवी कैमरों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।

सरकारी और प्राइवेट ऑफिसों की छुट्टी
वोटिंग के दिन दिल्ली के सभी सरकारी और प्राइवेट ऑफिसों में छुट्टी रहेगी, ताकि सभी नागरिक अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें। इस बार दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन में चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि बीजेपी ने सातों सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। अब देखना दिलचस्प होगा कि इस लोकसभा चुनाव में कौन जीत का परचम लहराता है।

20240524 0638416041693072332690255

मतदान के दिन मेट्रो और बस सेवाओं के समय में बदलाव से पोलिंग स्टाफ और अन्य कर्मचारियों को समय पर पहुंचने में मदद मिलेगी। साथ ही, सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम से नागरिक बिना किसी चिंता के मतदान कर सकेंगे। अब, दिल्ली के मतदाताओं की बारी है कि वे अपने मताधिकार का प्रयोग कर लोकतंत्र के इस महापर्व में भाग लें और अपने भविष्य का निर्माण करें।