प्रगति मैदान, दिल्ली के बीच में स्थित है। यहां बनी सुरंग एक बार फिर विवादों में घिर गई है, इस बार दिल्ली पुलिस के सब-इंस्पेक्टर एनके पवित्रन की मौत के कारण। उनकी स्कूटी सुरंग में फिसलकर डिवाइडर से जा लगी, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं और उनकी मौत हो गई।

प्रगति मैदान टनल की चुनौतियाँ
- भारी-भरकम खर्च: इस परियोजना पर 777 करोड़ रुपये की बड़ी रकम खर्च की गई है।
- खामियों की पहचान: सुरंग में जगह-जगह पानी रिसने के कारण दरारें आ गई हैं।
- सुरक्षा मुद्दे: सुरंग में लगे एसओएस सिस्टम के खराब होने से आपातकालीन स्थिति में सहायता नहीं मिल पाई।
- कंपनी पर आरोप: एलएंडटी पर सुरंग के निर्माण में लापरवाही बरतने के आरोप लगे हैं, जिसके चलते पीडब्ल्यूडी ने कंपनी से 500 करोड़ रुपये की जमानत राशि की मांग की है।
पुरानी घटनाएँ
11 महीने पहले भी प्रगति मैदान टनल में हुए हादसे में राजन नामक व्यक्ति की मौत हुई थी। उनकी बाइक अचानक दाहिनी ओर मुड़ गई और क्रैश बैरियर्स से टकरा गई।
मरम्मत के बाद भी समस्याएँ

हाल ही में टनल की मरम्मत की गई थी और इसे अप्रैल में फिर से खोला गया, लेकिन अभी भी पानी का रिसाव और अन्य समस्याएँ मौजूद हैं।
समाधान की आवश्यकता

टनल की समस्याओं को केवल मरम्मत के द्वारा नहीं सुलझाया जा सकता। पूरी तरह से नया निर्माण और सुधार की आवश्यकता है। यह टनल दिल्ली के महत्वपूर्ण हिस्सों को जोड़ने का काम करती है, इसलिए इसकी समस्याओं का जल्द समाधान करना बेहद जरूरी है।