भारतीय रेलवे देशभर में 1000 से अधिक रेलवे स्टेशनों को रिडेवलप कर रहा है। ‘अमृत भारत रेलवे स्टेशन’ योजना के तहत इन स्टेशनों का नवीनीकरण किया जा रहा है, जो स्थानीय संस्कृति और विरासत को संजोए रखेंगे। इस साल पांच प्रमुख स्टेशनों से ट्रेनों का संचालन शुरू होने जा रहा है। आइए जानते हैं कौन-कौन से स्टेशन इस सूची में शामिल हैं।
सफदरजंग स्टेशन: बनेगा बिजनेस हब
दिल्ली का सफदरजंग स्टेशन न केवल ट्रेनों की आवाजाही का केंद्र बनेगा, बल्कि एक प्रमुख बिजनेस हब के रूप में भी उभरेगा। यहां 41,361 वर्ग मीटर क्षेत्र में ऑफिस एरिया विकसित किया जा रहा है, जिसमें करीब 2200 कमरे होंगे। ऑफिस आने वाले कर्मचारी सीधे प्लेटफार्म से अपने ऑफिस पहुंच सकेंगे, जिससे समय और पैसे दोनों की बचत होगी।

बिजवासन स्टेशन: यात्री सुविधाओं का हब
बिजवासन स्टेशन दिल्ली के प्रमुख रेलवे स्टेशनों में शामिल होगा। यहां से यात्री मेट्रो या पार्किंग स्काईवे के जरिए सीधे स्टेशन तक पहुंच सकेंगे। यह स्टेशन लगभग 30,000 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला होगा, जिसमें 11,000 वर्ग मीटर का रूप प्लाजा एरिया और चार चौड़े सबवे होंगे।
चंडीगढ़ स्टेशन: पहला मॉड्यूलर स्टेशन
चंडीगढ़ स्टेशन देश का पहला मॉड्यूलर रेलवे स्टेशन बनने जा रहा है। इसका निर्माण फैक्ट्रियों में तैयार किया जा रहा है और स्टेशन पर एसेंबल किया जा रहा है। यह स्टेशन भविष्य के स्टेशनों के लिए एक मॉडल के रूप में तैयार हो रहा है।

जालंधर स्टेशन: नई एंट्री और हाईवे कनेक्टिविटी
जालंधर स्टेशन पर नई इमारत में सेकेंड एंट्री सूर्या एन्क्लेव की ओर बनाई जा रही है। इस एंट्री से यात्री सीधे नेशनल हाईवे पर जा सकेंगे, जिससे ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी। इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 600 करोड़ रुपए है।
पुरी स्टेशन: कलिंग वास्तुकला का प्रतिबिंब
पुरी स्टेशन का डिजाइन कलिंग वास्तुकला के अनुसार किया जा रहा है, जो चौथी शताब्दी ईसा पूर्व से जुड़ी है। इस वास्तुकला का जीवंत उदाहरण जगन्नाथ मंदिर है। रेलवे स्टेशन का बाहरी हिस्सा मंदिर की झलक देगा, जो इसकी खासियत होगी।
भारतीय रेलवे के इन प्रमुख स्टेशनों का नवीनीकरण न केवल यात्री सुविधाओं को बढ़ाएगा, बल्कि स्थानीय संस्कृति और विरासत को भी संरक्षित रखेगा। यदि आपका स्टेशन भी इनमें शामिल है, तो जल्द ही आपको आधुनिक सुविधाओं का लाभ मिलेगा।