दिल्ली में पिछले हफ्ते हुई बारिश ने भीषण गर्मी और उमस से जूझ रहे लोगों को राहत पहुंचाई है। हालांकि, बारिश के साथ ही मौसमी बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है। डॉक्टरों का कहना है कि इस मौसम में सतर्क रहकर ही बीमारियों से बचा जा सकता है।
मच्छरों से बढ़ा बीमारियों का खतरा
मैक्स अस्पताल के इंटरनल मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. रोमेल टिक्कू का कहना है कि बारिश के बाद मच्छरों से होने वाली बीमारियों का खतरा सबसे अधिक होता है। डेंगू, मलेरिया, और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों का प्रकोप बढ़ सकता है। मच्छरों से बचाव ही इन बीमारियों का सबसे अच्छा उपाय है। अपने आसपास पानी जमा न होने दें और सफाई का विशेष ध्यान रखें।

पेट से संबंधित बीमारियों का डर
गंगाराम अस्पताल के गैस्ट्रोलॉजिस्ट डॉ. अनिल अरोड़ा बताते हैं कि बारिश के बाद पानी से संबंधित बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। दूषित पानी पीने से दस्त, टाइफाइड, जॉन्डिस, और हेपेटाइटिस जैसी बीमारियां हो सकती हैं। बच्चों को विशेष ध्यान देने की जरूरत है क्योंकि वे अक्सर बाहर का खाना खाने से बीमार पड़ सकते हैं।
डेंगू के लक्षण और बचाव
डेंगू के लक्षणों में ठंड लगने के बाद अचानक तेज बुखार आना, सिर, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, आंखों के पिछले हिस्से में दर्द, उल्टी, भूख न लगना और शरीर पर हल्के गुलाबी रैशेज शामिल हैं। इससे बचने के लिए:
अपने आसपास साफ-सफाई रखें और पानी जमा न होने दें।
अगर पानी जमा हो, तो उसमें पेट्रोल या किरोसिन डालें।
कूलर, गमले और अन्य बर्तन साफ रखें।
पानी की टंकी ढककर रखें और फ्रिज की ट्रे साफ करें।
मच्छरदानी का इस्तेमाल करें और बच्चों को फुल बाजू के कपड़े पहनाएं।
खाने-पीने में बरतें सावधानी
सड़क किनारे कटे फल या खुले में बिक रहे खाने से परहेज करें।
घर पर भी पानी उबाल कर पीएं।
बच्चों को हेपेटाइटिस ए और टाइफाइड के वैक्सीन लगवाएं।
हाथों को साबुन से धोने के बाद ही कुछ खाएं।
इस मॉनसून सीजन में सावधानी और सतर्कता ही बीमारियों से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है। डॉक्टरों की सलाह मानें और स्वस्थ रहें।