दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड (DIAL) ने आज दिल्ली एयरपोर्ट पर इंटरनेशनल अराइवल पियर पर बायोमेट्रिक रजिस्ट्रेशन कियोस्क की शुरुआत की है। इस पहल से इमिग्रेशन प्रक्रिया में 50 फीसदी समय की बचत होगी।
बायोमेट्रिक रजिस्ट्रेशन का लाभ
ये कियोस्क उन विदेशी यात्रियों के लिए हैं, जिनकी वीजा एप्लिकेशन के दौरान बायोमेट्रिक जानकारी नहीं ली गई थी। अब इन कियोस्क के जरिए यात्रियों का रजिस्ट्रेशन तुरंत किया जा सकेगा, जिससे इमिग्रेशन प्रक्रिया का समय 50% से अधिक कम हो जाएगा। जीएमआर एयरपोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड द्वारा संचालित ये कियोस्क भारत में किसी भी हवाई अड्डे पर पहली बार स्थापित किए गए हैं।

इमिग्रेशन प्रक्रिया होगी तेज
दिल्ली एयरपोर्ट के मुताबिक, इन कियोस्क की मदद से इमिग्रेशन काउंटर पर वेटिंग टाइम में 50 फीसदी से अधिक कमी आएगी। पहले, बायोमेट्रिक रजिस्ट्रेशन के बिना वीजा-धारक यात्रियों को विशेष इमिग्रेशन काउंटर का उपयोग करना पड़ता था, जिससे प्रति यात्री औसतन 4-5 मिनट का वेटिंग टाइम लगता था। व्यस्त घंटों में ये कतारें और भी लंबी हो जाती थीं। अब ई-वीजा के साथ भारत आने वाले यात्री आगमन पर अपने बायोमेट्रिक रजिस्ट्रेशन को पूरा कर किसी भी इमिग्रेशन काउंटर पर आगे की प्रक्रिया के लिए जा सकते हैं।
फिलहाल चालू हैं पांच कियोस्क
DIAL के सीईओ विदेह कुमार जयपुरियार ने कहा, “DIAL अपने यात्रियों को वर्ल्ड क्लास ट्रैवल का अनुभव देने के लिए प्रतिबद्ध है। इन बायोमेट्रिक रजिस्ट्रेशन कियोस्क की शुरुआत दिल्ली हवाई अड्डे की कई उपलब्धियों में से एक है। यह इमिग्रेशन प्रक्रिया को तेज करने और यात्री सुविधा को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, खासतौर से उन यात्रियों के लिए जिन्होंने वीजा एप्लिकेशन प्रक्रिया के दौरान अपने बायोमेट्रिक्स नहीं दिए थे।”
भविष्य की योजनाएं
फिलहाल दिल्ली हवाई अड्डे के अंतरराष्ट्रीय आगमन पियर पर पांच कियोस्क चालू हैं, और जल्द ही पांच और कियोस्क स्थापित किए जाएंगे। इस पहल से दिल्ली एयरपोर्ट पर यात्रियों के अनुभव में और सुधार होगा और उन्हें तेजी से अपनी यात्रा पूरी करने में सहायता मिलेगी।