दिल्ली सरकार ने पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बेहतर बनाने और कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए ‘मोहल्ला बस सेवा’ की शुरुआत की है। सोमवार को परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने इस नई सेवा के पहले ट्रायल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
क्या है मोहल्ला बस सेवा?
मोहल्ला बस सेवा के तहत 9 मीटर लंबी मिनी इलेक्ट्रिक बसें चलाई जा रही हैं। इन बसों को खासतौर पर लास्ट माइल कनेक्टिविटी के लिए डिजाइन किया गया है। पूरी तरह से एयर कंडीशन वाली ये बसें संकरी और भीड़भाड़ वाली सड़कों पर चलने में सक्षम हैं।
क्यों शुरू की गई यह सेवा?
दिल्ली सरकार का लक्ष्य 2025 तक 2180 मिनी इलेक्ट्रिक बसें चलाने का है, जिनमें DTC और DIMTS की 1,040-1,040 बसें शामिल हैं। इन बसों का उद्देश्य दिल्लीवासियों को उनके घर के पास फीडर बस सेवाएं प्रदान करना है।
पहले ट्रायल के रूट
मोहल्ला बस सेवा का ट्रायल फिलहाल दो रूटों पर शुरू किया गया है:
- मजलिस पार्क से बुराड़ी
- अक्षरधाम से मयूर विहार फेस 3
12 किलोमीटर तक का रूट
मोहल्ला बसें मेट्रो स्टेशन के आसपास 12 किलोमीटर के दायरे में चलेंगी। 196 किलोवाट की कुल क्षमता वाले छह बैटरी पैक से चलने वाली ये बसें 45 मिनट की चार्जिंग में 200 किलोमीटर तक की रेंज कवर कर सकती हैं।
यात्रियों के लिए सुविधाएं
इन बसों में 23 यात्री सीटें और 13 खड़े होने की जगह है। बसों का रंग ग्रीन रखा गया है और 25 प्रतिशत सीटें यानी 6 सीटें महिलाओं के लिए पिंक कलर में रिजर्व हैं।
किराया
मोहल्ला बसों का किराया दिल्ली की अन्य एसी बसों के समान 10, 15 और 20 रुपये रखा गया है। महिलाओं के लिए सफर फ्री है।
रूट पर स्टॉप्स
पहले ट्रायल रूट में मजलिस पार्क से प्रधान एन्क्लेव तक कुल 14 स्टॉप हैं, जबकि दूसरे ट्रायल रूट में अक्षरधाम से मयूर विहार फेज-3 तक 19 स्टॉप हैं।
डिपो की व्यवस्था
मोहल्ला बसों की पार्किंग और रखरखाव के लिए दिल्ली में 16 डिपो बनाए गए हैं। इनमें पूर्वी जोन में गाजीपुर डिपो, पश्चिम जोन में द्वारका मुख्य डिपो, दक्षिण जोन में कुशक नाला डिपो और उत्तरी जोन में मुंडका डिपो प्रमुख हैं।
दिल्ली में ‘मोहल्ला बस सेवा’ के माध्यम से पब्लिक ट्रांसपोर्ट को एक नई दिशा दी जा रही है, जिससे लोगों की यात्रा और भी सुविधाजनक और पर्यावरण के अनुकूल होगी।