भीषण गर्मी में दिल्ली-एनसीआर के लोगों ने मेट्रो को अपनी यात्रा का प्रमुख साधन बना लिया है। मई माह में मेट्रो ने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।
मई में रिकॉर्ड तोड़ यात्राएं
मेट्रो के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अनुज दयाल के अनुसार, इस वर्ष मई में मेट्रो ने प्रतिदिन 60.17 लाख यात्राओं का आंकड़ा पार कर लिया है, जबकि पिछले वर्ष मई में यह आंकड़ा 52.41 लाख था। इससे यह स्पष्ट होता है कि लोग भीषण गर्मी में मेट्रो की सुविधा को अधिक प्राथमिकता दे रहे हैं।

बढ़ती यात्राओं का कारण
दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) के अनुसार, रिकॉर्ड गर्मी के बीच दिल्ली मेट्रो ने अपने पूरे नेटवर्क पर बिना किसी रुकावट के वातानुकूलित और आरामदायक यात्रा की सुविधा उपलब्ध कराई है। यही कारण है कि मई 2022 के मुकाबले इस बार मई में प्रतिदिन 7.76 लाख अधिक यात्राएं हुईं।
मेट्रो की उच्च तकनीकी व्यवस्था
मेट्रो अधिकारियों ने बताया कि मेट्रो ट्रेनें प्रतिदिन 4200 फेरे लगाकर लगभग एक लाख 40 किलोमीटर की दूरी तय करती हैं। मेट्रो के 345 ट्रेनों में 5000 एसी यूनिट लगे हुए हैं, जिनकी व्यापक स्तर पर तकनीकी जांच और रखरखाव किया जाता है। हर तीन माह पर नियमित रखरखाव भी होता है ताकि एसी की कार्यक्षमता बनी रहे।
अत्याधुनिक उपकरणों से तापमान नियंत्रण
दिल्ली मेट्रो के सभी भूमिगत स्टेशनों में बिल्डिंग मैनेजमेंट सिस्टम (बीएमएम) और चिलर प्लांट मैनेजर (सीपीएम) जैसे अत्याधुनिक उपकरण लगे हुए हैं। ये उपकरण भूमिगत स्टेशनों के सेंट्रलाइज एसी की निगरानी और तापमान को नियंत्रित रखने में सहायक होते हैं। इसी कारण, बाहर का तापमान 45-50 डिग्री सेल्सियस होने पर भी स्टेशनों का तापमान 25-27 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है, जबकि मेट्रो ट्रेनों में तापमान 24 डिग्री सेल्सियस से कम रहता है।
सुरक्षा और अग्निशमन के व्यापक इंतजाम
भीषण गर्मी में दिल्ली मेट्रो ने एस्केलेटर, लिफ्ट और अन्य गर्म होने वाले उपकरणों की निगरानी बढ़ा दी है। आग से बचाव के लिए मेट्रो में अग्निशामक यंत्र, स्प्रिंकलर, पानी की पाइप और अन्य जरूरी उपकरण लगे हुए हैं, जिनका नियमित रखरखाव होता है। स्टेशन पर तैनात कर्मचारियों को आपात स्थिति में राहत बचाव का प्रशिक्षण भी दिया जाता है।
दिल्ली मेट्रो ने यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए बेहतरीन इंतजाम किए हैं, जिससे भीषण गर्मी में भी लोगों को आरामदायक और सुरक्षित यात्रा का अनुभव हो रहा है।