30 अप्रैल को इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL) ने वित्तीय वर्ष 2024 की चौथी तिमाही के नतीजे घोषित किए। जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी के कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट में पिछले साल के मुकाबले 49% की कमी आई है। इस अवधि में कंपनी का मुनाफा 5487.92 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह 10,841.23 करोड़ रुपये था।

कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि का असर
2024 के पहले तीन महीनों में कच्चे तेल की कीमतों में 16% की वृद्धि देखी गई, जिसका असर कंपनी के मुनाफे पर पड़ा।
रेवेन्यू में मामूली गिरावट
इंडियन ऑयल के रेवेन्यू में भी गिरावट देखी गई। कंपनी का रेवेन्यू 2.23 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की 2.30 लाख करोड़ रुपये की तुलना में कम है।
डिविडेंड की घोषणा
कंपनी ने प्रति इक्विटी शेयर 7 रुपये के डिविडेंड की घोषणा की है।

अन्य प्रमुख आंकड़े
- IOCL का एवरेज ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन (GRM) 12.05 डॉलर प्रति बैरल रहा, जबकि पिछले साल यह 19.52 डॉलर था।
- कंपनी की रिफाइनरी थ्रूपुट 18.282 मिलियन मीट्रिक टन (MMT) रही, जबकि पिछले साल यह 19.177 MMT थी।
- पाइपलाइन थ्रूपुट 24.593 MMT रहा।
- जनवरी-मार्च 2024 के दौरान 23.737 MMT की घरेलू उत्पाद बिक्री हासिल की गई, जबकि 1.542 MMT की एक्सपोर्ट सेल्स दर्ज की गई।
शेयर बाजार पर असर
कंपनी के कमजोर तिमाही नतीजों का असर उसके शेयरों पर भी दिख रहा है। इंडियन ऑयल के शेयर 4.52% की गिरावट के साथ 168.80 रुपये पर ट्रेड कर रहे हैं।