उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में इस समय भीषण गर्मी और लू का कहर जारी है। राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में तापमान लगातार बढ़ रहा है, जिससे लोग परेशान हैं। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने इन क्षेत्रों में हीट वेव का अलर्ट जारी किया है।
हीट वेव का कहर
राजस्थान, हरियाणा, गुजरात, मध्य प्रदेश और ओडिशा जैसे राज्यों में तापमान तेजी से बढ़ रहा है। बाड़मेर में तापमान 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, जबकि हरियाणा के सिरसा में 47.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मध्य प्रदेश के रतलाम और उत्तर प्रदेश के झांसी में अधिकतम तापमान 45 डिग्री रहा। हिमाचल प्रदेश के ऊना में भी तापमान 43 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

मौसम विभाग, स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को दोपहर से शाम तक घर में ही रहने की सलाह दी है। साथ ही, शरीर में पानी की मात्रा बनाए रखने के लिए पर्याप्त पानी और अन्य ठंडे पेय पदार्थों का सेवन करने की हिदायत दी गई है।
बंगाल की खाड़ी से राहत की उम्मीद
पूर्वी भारत में गर्मी से राहत मिलने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने से ओडिशा, पश्चिम बंगाल और तटीय आंध्र प्रदेश में 24 मई से मौसम में बदलाव आ सकता है। इन इलाकों में बारिश और 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने की संभावना है।
इसका असर झारखंड और बिहार में भी देखने को मिल सकता है। वहीं, दक्षिण भारत के कई राज्यों में मूसलाधार बारिश की संभावना जताई गई है, जिससे वहां के निवासियों को गर्मी से राहत मिल सकती है।
स्वास्थ्य और सुरक्षा के उपाय
भीषण गर्मी को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने कई उपाय सुझाए हैं। लोगों को सलाह दी गई है कि वे घर से बाहर निकलते समय छतरी, टोपी और सनस्क्रीन का उपयोग करें। पानी की बोतल हमेशा साथ रखें और बार-बार पानी पीते रहें।

स्वास्थ्य विभाग ने विशेष रूप से बुजुर्गों और बच्चों को धूप से बचाने की हिदायत दी है। इसके अलावा, आवश्यकतानुसार इलेक्ट्रोलाइट्स और ओआरएस का सेवन करने की सलाह भी दी गई है।
उत्तर भारत में जहां लोग गर्मी से बेहाल हैं, वहीं पूर्वी और दक्षिणी भारत में मौसम के बदलाव से राहत की उम्मीद है। मौसम विभाग लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और समय-समय पर अपडेट्स जारी कर रहा है।