दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर स्थित हीरो होंडा चौक फ्लाईओवर, जो 200 करोड़ रुपये की लागत से 2014-2017 के दौरान बनाया गया था, एक बार फिर क्षतिग्रस्त हो गया है। इस वजह से, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने सुरक्षा के मद्देनजर फ्लाईओवर की एक लेन को बंद कर दिया है।
20 मीटर हिस्सा क्षतिग्रस्त, जांच जारी
NHAI के एक अधिकारी ने बताया कि फ्लाईओवर का 20 मीटर लंबा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। किसी भी हादसे से बचने के लिए एनएचएआई ने 6 कर्मियों को मौके पर तैनात किया है। प्राधिकरण ने तीन सदस्यीय विशेषज्ञ समिति का गठन किया है, जो अगले सात दिनों में क्षतिग्रस्त होने के कारणों पर रिपोर्ट पेश करेगी।

प्लास्टर उखड़ने से बढ़ी दिक्कतें
गुरुग्राम यातायात पुलिस के अनुसार, रविवार रात को फ्लाईओवर के एक हिस्से का प्लास्टर उखड़कर गिर गया, जिससे सोमवार को एक लेन को बंद करना पड़ा। पुलिस उपायुक्त (यातायात) वीरेंद्र विज ने बताया, “हीरो होंडा फ्लाईओवर से दो फुट तक प्लास्टर उखड़कर गिर गया, जिससे अवरोधक लगा दिए गए हैं और एक लेन पर यातायात को रोक दिया गया है। हमारे पुलिसकर्मी तैनात हैं और तीन लेन में यातायात सुचारू रूप से चल रहा है। एनएचएआई के अधिकारी मरम्मत का काम कर रहे हैं।”
बार-बार क्षतिग्रस्त होता फ्लाईओवर
2018 में वाहनों के लिए खोले गए इस फ्लाईओवर का हिस्सा 6 महीने बाद ही क्षतिग्रस्त हो गया था। इसके बाद कई बार रिपेयरिंग की गई, लेकिन फिर भी यह बार-बार क्षतिग्रस्त होता रहा। 2021 में फ्लाईओवर के हिस्से को तोड़कर दोबारा रिपेयर किया गया, लेकिन अब इसका निचला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। 8 मई 2019 की रात को फ्लाईओवर का एक बड़ा हिस्सा घटिया सामग्री के उपयोग के कारण टूटकर गिर गया था।

हीरो होंडा फ्लाईओवर की बार-बार होने वाली मरम्मत और क्षतिग्रस्त होने की घटनाएं न केवल यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बन रही हैं, बल्कि इसके निर्माण की गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े कर रही हैं। अब देखना होगा कि NHAI की विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट में क्या सामने आता है और इसे स्थायी समाधान के रूप में कैसे निपटाया जाता है।