2024 में देश के बड़े शहरों में घर खरीदना और महंगा हो गया है। जनवरी से मार्च की पहली तिमाही में रेसिडेंशियल रियल एस्टेट में पॉजिटिव सेंटीमेंट के चलते दिल्ली-NCR समेत आठ प्रमुख शहरों में घरों की कीमतों में औसतन 10% तक की बढ़ोतरी हुई है। पिछले एक साल में बैंगलोर में 19% और दिल्ली-NCR में 16% का उछाल दर्ज किया गया है।
इन शहरों में बढ़े दाम
क्रेडाई-कोलीयर्स-लाइसस फोरस की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले एक साल में दिल्ली, बैंगलोर, अहमदाबाद और पुणे में घरों की कीमतें दोगुना तक बढ़ गई हैं। 2023 की चौथी तिमाही से 2024 की पहली तिमाही के बीच कीमतों में 2-7% तक की वृद्धि दर्ज की गई है।

दिल्ली और बैंगलोर में सबसे ज्यादा उछाल
रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली-NCR में 2023 की पहली तिमाही में घरों की औसत कीमत 8,432 रुपये प्रति वर्ग फुट थी, जो 2024 की पहली तिमाही में 16% बढ़कर 9,757 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई। वहीं, बैंगलोर में सबसे ज्यादा 19% का इजाफा हुआ है, जिससे कीमत 8,748 रुपये प्रति वर्ग फुट से बढ़कर 10,377 रुपये प्रति वर्ग फुट पर पहुंच गई है।
अहमदाबाद और पुणे में बढ़ी कीमतें
अहमदाबाद में एक साल के भीतर कीमतें 13% बढ़कर 6,324 रुपये प्रति वर्ग फुट से 7,176 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई हैं। पुणे में पिछले साल की पहली तिमाही में कीमत 8,352 रुपये प्रति वर्ग फुट थी, जो 13% की बढ़ोतरी के साथ 9,448 रुपये प्रति वर्ग फुट पर पहुंच गई है।

मुंबई और हैदराबाद में भी उछाल
हैदराबाद में 9% के उछाल के साथ कीमतें 10,410 रुपये प्रति वर्ग फुट से बढ़कर 11,323 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई हैं। मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन में कीमतें 6% बढ़कर 19,219 रुपये प्रति वर्ग फुट से 20,361 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई हैं। चेन्नई में 4% की वृद्धि के साथ कीमतें 7,395 रुपये प्रति वर्ग फुट से 7,710 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई हैं, जबकि कोलकाता में 7% की वृद्धि के साथ कीमतें 7,211 रुपये प्रति वर्ग फुट से 7,727 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई हैं।
घरों की बढ़ती मांग का असर
क्रेडाई नेशनल के प्रेसीडेंट बोमन ईरानी के अनुसार, प्रीमियम और लग्जरी सेगमेंट की घरों की जोरदार मांग के चलते कीमतों में यह बढ़ोतरी हुई है। 2024 की पहली तिमाही में रीयल एस्टेट को फायदा हुआ है। इसी कारण घरों की कीमतों में वृद्धि हुई है।