दिल्ली विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) ने शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए स्नातक और स्नातकोत्तर प्रोग्रामों में प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी है। इच्छुक छात्र एसओएल की वेबसाइट sol.du.ac.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
प्रवेश की अंतिम तिथि
आवेदन की अंतिम तिथि जुलाई के अंत तक है। इसके बाद दूरस्थ शिक्षा बोर्ड की मंजूरी से तिथि को बढ़ाया जा सकता है। यदि किसी विद्यार्थी ने एसओएल में दाखिला ले लिया और बाद में उसे नियमित कॉलेज की सीट मिल जाती है, तो कुल फीस में से 500 रुपये काट कर शेष राशि वापस कर दी जाएगी।

प्रारंभिक प्रतिक्रिया और पंजीकरण
कैंपस ऑफ ओपन लर्निंग की निदेशक प्रोफेसर पायल मागो के अनुसार, दाखिले की प्रक्रिया के पहले दिन ही शाम तक कुल 909 आवेदकों ने पंजीकरण किया। सबसे लोकप्रिय कोर्स बीकॉम ऑनर्स रहा, जिसमें सबसे अधिक 200 पंजीकरण हुए। इसके बाद बीकॉम, बीए इंग्लिश ऑनर्स, बीए प्रोग्राम विद राजनीति विज्ञान, बीए प्रोग्राम विद इतिहास और बीए ऑनर्स साइकोलॉजी में पंजीकरण किए गए।
पंजीकरण और सत्यापन प्रक्रिया
पंजीकरण शुल्क का भुगतान करने के बाद अगले तीन दिनों में फॉर्म और योग्यता का सत्यापन किया जाएगा। सत्यापन के बाद छात्रों को कोर्स की फीस भुगतान के लिए ऑनलाइन लिंक दिया जाएगा, जिस पर वे फीस का भुगतान कर सकेंगे। तभी उनका दाखिला पक्का माना जाएगा।
विशेष छूट
पहली बार सशस्त्र बलों, पुलिस बल और अर्धसैनिक बलों के कर्मचारियों और उनके बच्चों को फीस में 25% से 75% तक की छूट मिलेगी। एसओएल में दाखिले बारहवीं के अंकों के आधार पर होते हैं और प्रत्येक प्रोग्राम की शैक्षणिक योग्यता अलग-अलग होती है। सीटों की संख्या असीमित होने के कारण यहाँ लगभग डेढ़ लाख विद्यार्थी दाखिला लेते हैं, जो कि नियमित कॉलेजों की तुलना में दुगुने हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग में दाखिले की प्रक्रिया सुचारू रूप से चल रही है और छात्रों को यह एक अच्छा अवसर प्रदान करता है। इच्छुक आवेदक समय रहते आवेदन करें और अपने भविष्य को संवारें।